संदेश

असली रक्षक परमात्मा

राखी पर्व की मान्यता भारत की सांस्कृतिक छटा ही निराली है। यहां के लोगों को हर प्रकार के त्यौहार मनाने में खुशी मिलती है। बहन द्वारा भाई की कलाई पर राखी बांधने की प्रथा अत्यंत पुरानी है। इस दिन बहन अपने भाई के मस्तक पर टीका लगाकर, कलाई पर राखी बांधकर उसकी दीर्घायु की कामना करती है। और भाई से अपनी सुरक्षा की उम्मीद। इस साल रक्षाबंधन 26 अगस्त, 2018 को मनाया जाएगा। राखी आज भले ही पर्व के रूप में मनाया जाता है परंतु आपको यह जानकर आश्चर्य होगा की यह कोई पर्व नहीं है असल में रक्षाबंधन की परंपरा उन बहनों ने शुरू की थी जो सगी नहीं थीं। आइए जानते हैं कैसे आरंभ हुई राखी मनाने की  परम्परा रक्षाबंधन सुनी सुनाई बातों और किंवदंतियों पर आधारित त्योहार है। रक्षाबंधन की शुरुआत का सबसे पहला साक्ष्य रानी कर्णावती व सम्राट हुमायूँ को माना जाता है। जहां मध्यकालीन युग में राजपूत व मुस्लिमों के बीच संघर्ष चल रहा था। रानी कर्णावती चितौड़ के राजा की विधवा थीं। उस दौरान गुजरात के सुल्तान बहादुर शाह से अपनी और अपनी प्रजा की सुरक्षा का कोई रास्ता न निकलता देख रानी ने हुमायूँ को राखी भेजी थी। तब हु...
हाल की पोस्ट